मीरा हरि का दर्शन पाया
मीरा हरि का दर्शन पाया
मीरा ने ऐसी भक्ति कीन्ही, दरस हरि का पाया।
हरि हरि गाते गाते तन, उसका हरि में समाया॥
मीरा की यह अमर कथा जो हरि कृपा दर्शाती।
हरि नाम की महिमा न्यारी विष को अमरत बनाया॥
हरि का दर्शन पाया मीरा हरि का दर्शन पाया॥
सूरदास हरि भक्ति बाल की चैतन्य ले हरि नामा।
नरसी महेता धन्य हुये जब हरि बन गये मामा॥
हरि की लीला अलग न्यारी, प्रेम की अद्भुत धारा।
प्रकट भये जब लाल नंद के भक्तन ह्रदय बसाया॥
हरि का दर्शन पाया मीरा हरि का दर्शन पाया॥
भक्ति की धारा ऐसी धारा बड़े-बड़े बह जायें।
हरि नाम की महिमा ऐसी बडे़ पापी तर जायें॥
हरि नाम की नौका लेकर भवसिंधु पार लगायें।
हरि नाम ही एक सहारा, गज को ग्राह बचाया॥
हरि का दर्शन पाया मीरा हरि का दर्शन पाया॥
रसखान बहाकर रस की धारा नरोत्तम स्तुति दीन्ही।
खुसरो अमीर ने हरि गुण गाया भक्ति सच्ची कीन्ही॥
कलिकाल में तुलसी प्रभु को कृष्ण हैं राम दर्शाया।
प्रभु नारायण तीरथ शिवोम गंगा ज्ञान फैलाया॥
हरि का दर्शन पाया मीरा हरि का दर्शन पाया॥
दास विपुल ले प्रभु की शरणी, चरण कमल में बैठे।
काव्य की धारा फूटी ऐसी मूरख विपुल है ऐंठे॥
ध्यान धरे बस प्रभु निरन्तर मूरख ज्ञान बसाया।
कालीदास अनपढ़ था मूरख, कैसे ज्ञानी बनाया॥
हरि का दर्शन पाया मीरा हरि का दर्शन पाया॥
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