कवि विपुल “लखनवी” / Kavi Vipul Luckhnavi
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Tuesday, October 13, 2020
हिंदुत्व की व्याख्या (काव्यात्मक)
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हिंदुत्व की व्याख्या विपुल लखनवी द्वारा हिंदुत्व की व्याख्या हिंदू जाग जाओ संभल जाओ मूल धर्म मानव का हिंदू, हिंदू जन्म है लेत...
अजीब किस्म की गरीब दुनिया
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अजीब किस्म की गरीब दुनिया विपुल लखनवी फेंको फेंको कुछ भी फेंको। सब चलता है इस दुनिया में॥ गली गली ज्ञानी बैठें हैं। पर न ज्ञानी मिले दुनिया...
एक लम्बा पद : साधो! ले लो राम का साथ
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एक लम्बा पद : साधो! ले लो राम का साथ। विपुल लखनवी मां जग्दम्बे के नव रूप, दश विद्या, पूजन, स्तुति, भजन सहित पूर्ण साहित्य व अन्य ...
Monday, October 12, 2020
एक पद : राम नाम सुखदाई साधु
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एक पद : राम नाम सुखदाई साधु विपुल लखनवी मां जग्दम्बे के नव रूप, दश विद्या, पूजन, स्तुति, भजन सहित पूर्ण साहित्य व अन्य ...
चेन से चैन नहीं
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चेन से चैन नहीं विपुल लखनवी चेंन चैन नहीं दे सके, पहनो यह दिन रात। राम नाम के बैन से, शान्ति मिलती आप।। चेंन एक जंजीर है, स्वर्ण रजत या ल...
विपुल लखनवी का उलट पद
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विपुल लखनवी का उलट पद मां जग्दम्बे के नव रूप, दश विद्या, पूजन, स्तुति, भजन सहित पूर्ण साहित्य व अन्य ...
मौन में वो कौन
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मौन में वो कौन विपुल लखनवी मौन में वो कौन है जो गूंजता उर में मेरे। इस हृदय में कौन रहता पास रहता जो मेरे॥ इक कहानी बन चली है मौन से चुपचाप...
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