स्व. सुषमा स्वराज को श्रद्धाजलि
विपुल लखनवी। नवी मुंबई।
आओ हम नमन करे। सुष मां को स्मरण करें।।
मानवहित के भाल को। काल के कपाल को।।
भारत की माटी को। प्रेमल परिपाटी को।।
जग का वंदन करे। आओ हम नमन करे।।
संस्कृति राही को। हिंद प्रेम निबाही को।।
गीतों के गीत को। राष्ट्र हिन्द मीत को।।
हिंदी की शान को। काव्य के मान को।।
अरि का मर्दन करे। आओ हम नमन करे।
स्नेह प्रेम मात को। स्वराज के प्रदातको।।
संसद की शांति को। आज की अशांति जो।।
राज राष्ट्र नीति को। ज्ञान की प्रणीति जो।।
दुख से क्रंदन करे। आओ हम नमन करे।
विपुल के लेख से। समय की रेत पे।।
एक रेख पानी पर। देश की बानी पर।।
स्वास के प्रवाल पर। जीवन या काल पर।।
आओ चंदन करे। आओ हम नमन करे।
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